ओडिशा ट्रेन दुर्घटना: शुरुआती जांच रिपोर्ट में किस चीज़ पर जताया गया शक
2023-06-04 10:45:13
ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 288 हो गई है.
शुक्रवार की शाम करीब सात बजे बाहानगा बाज़ार रेलवे स्टेशन के पास कोलकाता से चलकर चेन्नई तक जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस, सर एम विश्वेश्वरैया-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर हुई.
इतना बड़ा हादसा कैसे हुआ इसके लिए रेल अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय जांच टीम बनाई गई है.
टीम ने शुरुआती जांच में संकेत दिया है कि हादसे का कारण सिग्नल फेलियर हो सकता है
शुरुआती जांच रिपोर्ट की एक प्रति द हिंदू अखबार के पास है, जिसके हवाले से उसने बताया है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस को शुरू में अप मेन लाइन में प्रवेश करने के लिए ग्रीन सिग्नल दिया गया था लेकिन उसे बाद में वापस ले लिया गया
इसके बाद ट्रेन अपनी पटरी छोड़कर लूप लाइन वाले ट्रैक पर शिफ्ट हो गई और वहां खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई.
रेलवे प्लेटफॉर्म पर मुख्य ट्रैक के अलावा दो या चार ट्रैक अतिरिक्त जोड़ दिए जाते हैं, जिनका इस्तेमाल ट्रेन को मुख्य ट्रैक से प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए या मालगाड़ी को खड़ा करने के लिए किया जाता है. इसे ही लूप लाइन कहा जाता है.
अख़बार का कहना है कि शुरुआती जांच दल में ज्यादातर वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर शामिल थे. टीम ने पाया कि ट्रेन संख्या 12841, कोरोमंडल एक्सप्रेस को अप मेन लाइन से गुज़रने के लिए ग्रीन सिग्नल दिया गया था, लेकिन फिर इसे हटा दिया गया.
अख़बार के मुताबिक़, सिग्नल को लेकर ऐसा क्यों किया गया, इसे लेकर शुरुआती जांच रिपोर्ट में कोई संकेत नहीं दिए गए हैं. साथ ही यह भी अभी साफ नहीं है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस के पार करते समय सिग्नल हरा दिख रहा था या लाल.
खबर में कहा गया है कि कोरोमंडल ट्रेन अपनी मेन लाइन छोड़कर बाहानगा बाज़ार स्टेशन प्लेटफार्म वाले ट्रैक पर बढ़ रही थी जबकि उसे इस स्टेशन पर रुकना भी नहीं था. जांच में पुष्टि की गई है कि ऐसा करने पर वहां खड़ी मालगाड़ी से कोरोमंडल एक्सप्रेस से टक्कर हुई.
शुरुआती जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि इसी बीच साथ की पटरी से यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस गुज़र रही थी. हादसे की चपेट में आने से इस ट्रेन के भी दो डिब्बे ट्रेन से उतर गए.
ख़बर के मुताबिक कोरोमंडल एक्सप्रेस शाम 6:52 बजे बाहानगा बाज़ार स्टेशन से गुज़री और हादसा शाम 6:55 बजे हुआ. रिपोर्ट में कहा गया है कि यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस शाम 6.55 बजे स्टेशन से गुज़री.
जांच दल ने पाया कि लूप लाइन पर आई कोरोमंडल एक्सप्रेस के 21 डिब्बे पटरी से उतर गए और कुछ पलट गए. गार्ड ब्रेक वैन और एच-1 (फर्स्ट एसी) कोच अप मेन लाइन पर मिले, वहीं ट्रेन का इंजन मालगाड़ी पर चढ़ा हुआ पाया गया.
रिपोर्ट में कहा गया है कि यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस के सबसे पिछले दो डिब्बे पटरी से उतरे हुए पाए गए.
ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 288 हो गई है